India’s Biggest Sex Ring : भारत में सबसे बड़ी सेक्स रिंग जिसके बारे में आपको पता नहीं होगा पोलाल्ची केस
India’s Biggest Sex Ring : “पोलाल्ची का मामला”, यानी तामिलनाडु में 2019 में सामने आया खतरनाक Pollachi sexual assault and blackmail case — जिस पर हाल ही में न्याय हुआ है: 6 साल पुराना केस जिसका अभी फैसला हुआ और सारी गेंग पकड़ी गई।
India’s Biggest Sex Ring पोलाल्ची मामला क्या है?
घटना की शुरुआत: फरवरी 2019 में, Pollachi (तामिलनाडु) में एक 19 वर्षीय छात्रा से सोशल मीडिया पर दोस्ती करके उसे एक जगह बुलाया गया, जहां उसे दोस्तों द्वारा रेप किया गया और उसका वीडियो बनाया गया। क्राइम की साजिश: आरोपी महिलाऒं को ब्लैकमेल करने के लिए उन्हें धोखे से दोस्त बनाते थे, isolated स्थानों पर बुलाकर प्रयासपूर्वक वीडियो बनाते और उन्हें आगे इस्तेमाल करते थे। पीड़ितों की संख्या: मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 200 से अधिक महिलाओं को इस तरह की रणनीतिक यौन उत्पीड़न व ब्लैकमेल का सामना करना पड़ा — इसमें शिक्षक, डॉक्टर, कॉलेज‑छात्राएँ आदि शामिल थीं।
India’s Biggest Sex Ring
न्यायिक फैसला
फैसला दिनांक: 13 मई 2025
कोर्ट का निर्णय: कोइंबटूर (Coimbatore) की Mahila Special Court ने सभी नौ आरोपियों को आजीवन कारावास (Life imprisonment until death) की सजा सुनाई है।
अपराध की दर्जा: आरोपियों को gangrape, repeated rape, criminal conspiracy, blackmail, extortion जैसे गंभीर अपराधों में दोषी ठहराया गया।
मुआवजा आदेश: राज्य सरकार ने आठ sobrevivors को कुल ₹85 लाख की क्षतिपूर्ति देने का निर्देश भी जारी किया है।
सामाजिक एवं कानूनी प्रभाव
प्रदर्शन और विरोध: घटना की व्यापकता और सरकारी निष्क्रियता के कारण तमिलनाडु में भारी विरोध प्रदर्शन हुए — छात्र समुदाय, महिलाएँ, वुकिल, राजनीतिक संगठन शामिल थे।
CBI द्वारा जांच: मामले को CBI के पास भेजा गया, जिसने कई आरोपी गिरफ्तार किए और व्यापक स्तर पर छानबीन की — कई अभियुक्तों को AIADMK से जुड़े होने की भी जांच की गई।
पहलू
जानकारी
📅 घटना की तारीख
फरवरी 2019
📍 स्थान
Pollachi, Coimbatore, तामिलनाडु
👥 पीड़ित संख्या
लगभग 200+ महिलाएं
👤 आरोपी संख्या
9 दोषी पाए गए
⚖️ सजा
Life imprisonment until death
💵 मुआवजा आदेश
₹85 लाख (8 survivors)
🔍 जांच एजेंसी
CBI, Mahila Special Court
India’s Biggest Sex Ring Pollachi मामला एक संगठित साज़िश थी जिसमें सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर निर्दोष महिलाओं को ब्लैकमेल व ब्लाइंड तरीके से उत्पीड़ित किया गया। साल 2025 में दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाकर और पीड़ितों को मुआवजा देकर न्याय प्रणाली ने निर्णायक कदम उठाया है।