गंभीर ब्रिज (Gambhira Bridge) 25 दिन बाद भी टेंकर लटका हुआ है, कैसे हटाया जाएगा टेंकर
गुजरात में वडोदरा के पास गंभीर ब्रिज (Gambhira Bridge) हादसे के बारे में पुल टूटने के लगभग 25 दिन बाद भी टैंकर हवा में लटका हुआ था, और उसे हटाने के लिए ‘बैलून तकनीक’ (high-pressure airbags) का उपयोग किया जा रहा है — पूरी जानकारी क्रमबद्ध रूप में दी गई है:
Gambhira Bridge हादसे का विवरण
- तारीख: 9 जुलाई 2025 की सुबह लगभग 7:30 बजे, गांभीर (मुज्जपुर‑गांभीर) ब्रिज का एक हिस्सा टूट गया, जिससे चार से पाँच वाहन महिसागर नदी में गिर गए। इनमें दो ट्रक, दो वैन, एक ऑटो-रिक्शा और एक टैंकर शामिल थे।
- मृतक संख्या: प्रारंभिक तौर पर 9–12 लोगों की मौत हुई, बाद में शवों के मिलने के बाद संख्या बढ़कर लगभग 20–21 हो गई।
- रिस्क्यू ऑपरेशन: NDRF, SDRF, स्थानीय पुलिस, दमकल विभाग और स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे। नावों और डाइविंग टीमों के साथ बचाव कार्य जारी रहा।
टैंकर का मामला: 25 दिन बाद भी लटका हुआ

- हादसे के समय टैंकर पुल से कटी हुई स्लैब के किनारे पर ऐसा लटका था कि वह सीधे लगभग 50 फीट नीचे नदी में गिरने की कगार पर था।
- टैंकर चालक बचकर निकल गया, लेकिन वाहन अभी भी वहीं अटका हुआ था।
Gambhira Bridge कैसे हटाया जाएगा — ‘बैलून तकनीक’ ऑपरेशन
- अंड्र सीएम रुपेंद्र पटेल के निर्देश पर, आनंद जिला प्रशासन ने Porbandar‑based Marine Emergency Response Centre (MERC) और सिंगापुर तकनीशियों के विशेषज्ञों को बुलाया।
- MERC टीम ने फ्लेक्सिबल हाई‑प्रेशर एयरबैग्स (balloons) नीचे रखकर टैंकर की फ्रंट साइड को धीमे से ऊपर उठाने की तैयारी की। पहले स्लैब पर रिगिंग (rigging) का काम पूरा किया जा चुका था।
- यह ऑपरेशन विशेषज्ञों द्वारा ड्रोन निगरानी के साथ ‘ज़ीरो इंसीडेंट’ नीति के तहत किया जा रहा है — इस दौरान पुल पर किसी भी तरह की मानव गतिविधि पूर्णतः रोकी गई है।
- MERC द्वारा यह ऑपरेशन प्रो बोनों चलाया जा रहा है, ताकि टैंकर मालिक की EMI समस्या और आर्थिक दबाव को कम किया जा सके।
क्यों लंबी देरी हुई?
- ब्रिज की संरचना (Pier 5) कैन्टिलीवर डिज़ाइन में है, जो बिना समर्थन के आगे तक जाता, इस कारण से टैंकर को खींचना इंजीनियरिंग दृष्टिकोन से जोखिम भरा था।
- राज्य में पुलों की खराब हालत, प्रशासन की सुस्ती, और कार्मिकों के बीच जिम्मेदारी टालने जैसी समस्याओं ने स्थिति को और जटिल बना दिया।
- राजनीतिक और प्रशासनिक खींचतान के बीच यह ऑपरेशन राज्य की जवाबदेही के लिए एक परीक्षा बन चुका था।
ऑपरेशन विवरण सारांश
तत्व | विवरण |
---|---|
हादसे की तारीख | 9 जुलाई 2025, सुबह लगभग 7:30 बजे |
मृतकों की संख्या | लगभग 20–21 शव बरामद |
लेटेस्ट स्थिति | 23–25 दिन बाद भी टैंकर लटका हुआ (करोड़ों का नुकसान) |
हटाने की तकनीक | High-pressure airbags (balloons) से उठाना |
ऑपरेशन की निगरानी | ड्रोन निगरानी और नो-पर्सन ऑन-ब्रिज नीति |
विशेषज्ञ एजेंसी | MERC (Porbandar) + सिंगापुर विशेषज्ञ टीम, संचालन प्रो बोनों है |
तकनीकी जटिलताएं | कैन्टिलीवर पियर स्ट्रक्चर और संरचनात्मक अस्थिरता |
Table of Contents
India’s Safest Cities “अहमदाबाद देश का सबसे सुरक्षित शहर बन गया है।” Watch VR LIVE Youtube
इंफ्रास्ट्रक्चर फेलियर (Infrastructure Failure Vadodara) : ब्रीज या मौत का कुवा? इसमें कोन जिम्मेदार
Discover more from VR News Live
Subscribe to get the latest posts sent to your email.