Grah Gochar

Grah Gochar दिवाली के बाद बदल जाएगी किस्मत! शनि होंगे मार्गी और गुरु करेंगे वक्री गोचर

Rashifal

Grah Gochar दिवाली के बाद बदल जाएगी किस्मत! शनि होंगे मार्गी और गुरु करेंगे वक्री गोचर, इन राशियों पर बरसेगी कृपा

Grah Gochar शनि ग्रह जल्द ही मार्गी और गुरु (बृहस्पति) वक्री चाल में आने वाले हैं। यह ग्रह परिवर्तन दिवाली के बाद कई राशियों के जीवन में बड़ा बदलाव लाएगा। जानिए किन जातकों की किस्मत चमकेगी और किसे मिलेगा कर्मों का फल।

Grah Gochar शनि और गुरु का गोचर: दिवाली के बाद बड़ा ज्योतिषीय परिवर्तन

अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से लेकर नवंबर की शुरुआत तक ग्रहों की स्थिति में बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा। कर्मफलदाता शनि देव (Saturn) जो लंबे समय से कुंभ राशि में वक्री अवस्था में थे, अब मार्गी होने जा रहे हैं, जबकि गुरु बृहस्पति अपनी चाल बदलकर वक्री गोचर में प्रवेश करेंगे।

यह ज्योतिषीय परिवर्तन दिवाली के बाद कई जातकों के जीवन में नई दिशा देने वाला साबित होगा। कुछ राशियों के लिए यह काल बेहद शुभ रहेगा तो कुछ को थोड़ा संयम और सावधानी रखनी होगी।

शनि मार्गी क्या होता है?

Grah Gochar
Shani Grah Gochar

जब शनि वक्री (retrograde) अवस्था से सीधी चाल (direct motion) में आते हैं, तो उसे “शनि मार्गी” कहा जाता है। इस समय कर्मों के फल तेजी से मिलने लगते हैं — जो मेहनत लंबे समय से रुकी थी, उसका परिणाम अब सामने आता है।

शनि जब मार्गी होते हैं तो व्यक्ति की जिम्मेदारियाँ स्पष्ट होती हैं, कार्य-जीवन में स्थिरता आती है, और पूर्व के अधूरे कार्य पूरे होने लगते हैं।

Grah Gochar गुरु का वक्री गोचर क्या लाएगा?

Grah Gochar
Guru Grah Gochar

गुरु ग्रह (बृहस्पति) ज्ञान, धन, विवेक और भाग्य के प्रतीक हैं। जब यह वक्री चाल में आते हैं, तो व्यक्ति आत्ममंथन के दौर से गुजरता है।
यह समय आत्म-विकास, आध्यात्मिकता और अधूरे लक्ष्यों की समीक्षा का होता है।

गुरु की वक्री चाल से कुछ लोगों को धन संबंधी फैसलों में रुकावटें आ सकती हैं, लेकिन यह काल अंततः सुधार और प्रगति की नींव रखता है।

किन राशियों पर होगा सबसे अधिक असर?

मेष राशि (Aries)

शनि के मार्गी होते ही करियर में ठहराव खत्म होगा। प्रमोशन या नौकरी बदलने के योग हैं। गुरु के वक्री गोचर से वित्तीय सुधार का रास्ता खुलेगा।

वृषभ राशि (Taurus)

शनि आपके कर्म भाव को प्रभावित करेंगे — मेहनत का पूरा फल मिलेगा। पारिवारिक रिश्तों में सुधार होगा। हालांकि गुरु के वक्री होने से खर्च बढ़ सकता है।

मिथुन राशि (Gemini)

विद्यार्थियों और नौकरी पेशा जातकों के लिए समय उत्कृष्ट रहेगा। रुके हुए काम गति पकड़ेंगे, लेकिन स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

कर्क राशि (Cancer)

गुरु की वक्री चाल भाग्य भाव को प्रभावित करेगी, जिससे आपको नई योजनाओं पर विचार करना चाहिए। शनि मार्गी होने से मानसिक शांति और आत्मविश्वास लौटेगा।

सिंह राशि (Leo)

शनि के मार्गी होते ही वैवाहिक और साझेदारी जीवन में सुधार आएगा। रुकी हुई डील पूरी हो सकती है। गुरु की वक्री चाल निवेश में सावधानी की सलाह देती है।

कन्या राशि (Virgo)

गुरु के प्रभाव से कार्यस्थल पर नेतृत्व क्षमता बढ़ेगी। शनि मार्गी होने से स्वास्थ्य में सुधार होगा और पुरानी चिंताओं से राहत मिलेगी।

तुला राशि (Libra)

यह समय रिश्तों को सुदृढ़ करने और आत्म-अनुशासन बढ़ाने का है। शनि मार्गी होने से परिवार में स्थिरता आएगी, जबकि गुरु वक्री चाल आत्मचिंतन का मौका देगी।

वृश्चिक राशि (Scorpio)

रुके हुए काम पूरे होंगे। पैतृक संपत्ति से जुड़ी समस्या सुलझ सकती है। गुरु वक्री चाल से आपको अपने लक्ष्यों को पुनः परखना चाहिए।

धनु राशि (Sagittarius)

आपके स्वामी ग्रह गुरु वक्री होंगे — इसका मतलब है आत्ममंथन और जीवन की प्राथमिकताओं पर विचार का समय। शनि मार्गी होने से वित्तीय उन्नति के योग।

मकर राशि (Capricorn)

शनि आपके स्वामी ग्रह हैं — मार्गी होने से जीवन में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास आएगा। नौकरी या व्यापार में स्थिरता की उम्मीद रखिए।

कुंभ राशि (Aquarius)

आपकी राशि में शनि का मार्गी होना सबसे बड़ा परिवर्तन है। यह समय कठिन परिश्रम का है, लेकिन अब उसका मीठा फल मिलने लगेगा। गुरु की वक्री चाल मानसिक परिपक्वता बढ़ाएगी।

मीन राशि (Pisces)

गुरु आपके स्वामी ग्रह हैं — वक्री चाल आत्मविश्लेषण का समय लाएगी। आध्यात्मिक दृष्टिकोण और पारिवारिक जीवन में सुधार के योग हैं।

दिवाली के बाद क्या होगा असर?

दिवाली के तुरंत बाद यह ग्रह परिवर्तन शुभ संयोग बना रहा है।

  • नई योजनाओं की शुरुआत के लिए समय उत्तम || रुकी हुई संपत्ति या केस से राहत || नौकरी या प्रमोशन के अवसर || पुराने मित्रों या रिश्तेदारों से पुनर्मिलन || अध्यात्म की ओर झुकाव

यह समय जीवन के हर क्षेत्र में “कर्म और आत्मविवेक” को केंद्र में रखता है। जो परिश्रम और ईमानदारी से चलते हैं, उनके लिए यह काल स्वर्णिम अवसर लेकर आ रहा है।

शनि का मार्गी होना और गुरु का वक्री गोचर मिलकर एक संतुलन का समय लाते हैं — जहाँ कर्म और ज्ञान, दोनों साथ चलते हैं। जो जातक संयम, मेहनत और धैर्य से काम लेंगे, उनके जीवन में नई ऊँचाइयाँ तय हैं।



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