Airplane Blackbox or CVR : ब्लैक बॉक्स और CVR (Cockpit Voice Recorder) विमान दुर्घटनाओं की जांच में सबसे महत्वपूर्ण उपकरण होते हैं। आइए दोनों को आसान भाषा में समझते हैं। यह किस धातु का बना होता है आइये जानते है।
अहमदाबाद विमान हादसे की जांच के बाद ब्रिटेन और अमेरिका ने भी मदद की पेशकश की है। ब्रिटेन की AAIB ने कहा है कि वह भारत में जांच में मदद करेगी। भारत सरकार ने भी मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय टीम बनाई है, जो विमान सुरक्षा को और बेहतर बनाने के लिए काम करेगी। किसी भी विमान दुर्घटना में ब्लैक बॉक्स और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर की भूमिका बहुत अहम होती है। इससे किसी भी विमान दुर्घटना का पता लगाने में मदद मिलती है। इससे मिली जानकारी से दुर्घटना के कारणों का पता लगाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने में मदद मिलती है। आइए जानते हैं ये किस चीज से बने होते हैं।
✈️ ब्लैक बॉक्स क्या है?
ब्लैक बॉक्स असल में एक नहीं, बल्कि दो रिकॉर्डिंग डिवाइसों का समूह होता है:
- FDR (Flight Data Recorder) – उड़ान से जुड़ा तकनीकी डेटा रिकॉर्ड करता है
- CVR (Cockpit Voice Recorder) – पायलटों और कॉकपिट में होने वाली बातचीत को रिकॉर्ड करता है
🔹 इन्हें “ब्लैक बॉक्स” कहा जाता है, लेकिन ये नारंगी रंग के होते हैं ताकि दुर्घटना के बाद आसानी से ढूंढे जा सकें।
🔧 CVR (Cockpit Voice Recorder) क्या करता है?
- पायलट और को-पायलट के बीच बातचीत
- कॉकपिट के अन्य आवाज़ें (अलार्म, इंजन की आवाज़, एयर ट्रैफिक कंट्रोल से बातचीत)
- आमतौर पर आखिरी 2 घंटे की ऑडियो रिकॉर्डिंग स्टोर करता है
👉 इसका मुख्य उद्देश्य यह जानना होता है कि दुर्घटना से पहले कॉकपिट में क्या हो रहा था।

🧪 FDR (Flight Data Recorder) क्या करता है?
- विमान की रफ्तार, ऊंचाई, दिशा, इंजन की स्थिति, थ्रस्ट, ऑटो-पायलट स्टेटस आदि को रिकॉर्ड करता है
- यह तकनीकी डेटा 25 घंटे तक की उड़ान जानकारी स्टोर कर सकता है
👉 इससे पता चलता है कि तकनीकी रूप से विमान कैसे काम कर रहा था।
🚨 Airplane Blackbox or CVR दुर्घटना के बाद क्या होता है?
- जांच एजेंसियां सबसे पहले ब्लैक बॉक्स ढूंढती हैं
- उन्हें विशेष प्रयोगशालाओं में ले जाकर डेटा निकाला जाता है
- इस डेटा की मदद से यह तय किया जाता है कि दुर्घटना का कारण तकनीकी था, मानवीय भूल, या अन्य कोई कारण।
Airplane Blackbox or CVR रोचक बातें
- ये डिवाइस गति, दबाव, आग और पानी को झेलने में सक्षम होते हैं
- ब्लैक बॉक्स में एक अंडरवॉटर लोकेटर बीकन होता है, जो पानी में गिरने पर 30 दिनों तक अल्ट्रासोनिक सिग्नल भेजता है

🔧 ब्लैक बॉक्स की तकनीक (Technology of the Black Box)
ब्लैक बॉक्स दो मुख्य भागों से बना होता है:
- FDR (Flight Data Recorder)
- CVR (Cockpit Voice Recorder)
✅ ब्लैक बॉक्स की प्रमुख तकनीकी विशेषताएँ:
तकनीक | विवरण |
---|---|
Crash Survivable Memory Unit (CSMU) | यह विशेष हिस्सा टाइटेनियम या स्टेनलेस स्टील से बना होता है, जो अत्यधिक गर्मी (1100°C तक), पानी और दबाव को झेल सकता है |
Underwater Locator Beacon (ULB) | जब विमान पानी में गिरता है, तब यह बीकन अल्ट्रासोनिक सिग्नल (pings) भेजता है, जो 30 दिनों तक सक्रिय रहता है |
Shock-proof & Fire-proof coating | ब्लैक बॉक्स को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि वह 3,400 g-force तक का झटका और 1,100 डिग्री सेल्सियस तक की आग सह सके |
डिजिटल डेटा स्टोरेज | आधुनिक ब्लैक बॉक्स सैकड़ों पैरामीटर (जैसे गति, ऊंचाई, इंजन स्थिति) रिकॉर्ड करता है |
🕰️ ब्लैक बॉक्स का इतिहास
वर्ष | घटना / उपलब्धि |
---|---|
1953–1954 | ब्रिटिश वैज्ञानिक Dr. David Warren ने ब्लैक बॉक्स का विचार पेश किया जब उन्होंने Comet विमान दुर्घटनाओं की जांच में मदद के लिए आवाज रिकॉर्डिंग का सुझाव दिया |
1958 | उन्होंने पहला प्रोटोटाइप बनाया – जिसे “Flight Memory Unit” कहा गया |
1960s | ऑस्ट्रेलिया में इसे विमान में अनिवार्य कर दिया गया |
1970s के बाद | यह अंतरराष्ट्रीय मानक बन गया और सभी वाणिज्यिक विमानों में अनिवार्य हो गया |
ब्लैक बॉक्स के बिना जांच अधूरी क्यों होती है?
ब्लैक बॉक्स वास्तविक तथ्यों को सामने लाता है, जो:
- मानवीय अनुमान से बचाता है
- तकनीकी खामियों की सटीक पहचान करता है
- भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए विमानों की डिजाइन और ट्रेनिंग में सुधार लाता है
ब्लैक बॉक्स विमानन इतिहास की सबसे बड़ी सुरक्षा खोजों में से एक है। यह न सिर्फ किसी दुर्घटना का कारण बताता है, बल्कि भविष्य की जानें बचाने में भी अहम भूमिका निभाता है।
ब्लैक बॉक्स और CVR को Titanium, Stainless Steel, Aerogel, Silica Fiber, और Solid-State Electronics जैसे उन्नत मटीरियल से बनाया जाता है ताकि यह किसी भी विमान हादसे के बाद भी सुरक्षित रहे और दुर्घटना के कारणों की जांच में मदद मिल सके।
ब्लैक बॉक्स और CVR (Cockpit Voice Recorder) को ऐसे धातु और मटीरियल से बनाया जाता है जो बेहद कठोर परिस्थितियों को सहन कर सके — जैसे अत्यधिक तापमान, तेज़ झटका (impact), गहरा पानी, और उच्च दबाव।
🔧 ब्लैक बॉक्स / CVR किस धातु और मटीरियल से बनता है?
✅ बाहरी आवरण (Outer Casing):
मटीरियल | विशेषता |
---|---|
Titanium (टाइटेनियम) | बहुत मजबूत, हल्का, और जंग-रोधी धातु, जो हाई टेंपरेचर और प्रेशर को झेल सकती है |
Stainless Steel (स्टेनलेस स्टील) | मजबूत, टिकाऊ, और गर्मी-सहिष्णु, सस्ता विकल्प |
Aluminium alloys (कुछ मॉडलों में) | हल्का लेकिन मजबूती में थोड़ा कम, आमतौर पर इनर केसिंग के लिए |
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Ahmedabad Plane Crash બાદ PM MODI એ ઘટના સ્થળ અને સિવિલ હોસ્પીટલની લીધી મુલાકાત CIVIL HOSPITAL ASAWA
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