Antakshari Fam Annu Kapoor असरानी के बाद अन्नू कपूर ने बताई अपनी आख़िरी इच्छा कहा, “मैं किसी पर बोझ नहीं बनना चाहता”
Hetal
Antakshari Fam Annu Kapoor
Antakshari Fam Annu Kapoor असरानी के बाद अन्नू कपूर ने बताई अपनी आख़िरी इच्छा कहा, “मैं किसी पर बोझ नहीं बनना चाहता”
Antakshari Fam Annu Kapoor असरानी की अंतिम इच्छा थी कि उनके अंतिम दर्शन के लिए भीड़ इकट्ठा न हो। अब अन्नू कपूर ने भी भावुक बयान देते हुए अपनी लास्ट विश बताई है। उन्होंने कहा कि वे किसी पर बोझ नहीं बनना चाहते। जानिए पूरा भावनात्मक बयान।
दिवंगत एक्टर असरानी के निधन के बाद उनकी अंतिम इच्छा ने पूरे देश को भावुक कर दिया। उन्होंने साफ कहा था कि उनके जाने के बाद कोई भीड़ न जुटे, किसी को असुविधा न हो — यही उनकी सबसे बड़ी कामना थी। अब दिग्गज अभिनेता अन्नू कपूर ने भी एक ऐसा ही बयान दिया है, जिसने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान अन्नू कपूर ने कहा कि वह अपनी ज़िंदगी के अंतिम दिनों में किसी पर बोझ नहीं बनना चाहते। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा —
“मैं चाहता हूं कि मेरा अंत सम्मानजनक हो। मैं नहीं चाहता कि मेरे कारण किसी को परेशानी हो या कोई मुझ पर अपनी ज़िम्मेदारी समझे। इंसान एक दिन चला ही जाता है — बस जाते वक्त बोझ न बने, यही पर्याप्त है।”
Antakshari Fam Annu Kapoor
अन्नू कपूर ने आगे कहाकि आजकल अंतिम विदाई के नाम पर एक आयोजन बन जाता है, जिसमें लोग संवेदना से ज्यादा दिखावे में लग जाते हैं।
“आख़िरी सफ़र को तमाशा मत बनाओ। संवेदना ज़िंदा रखो… इंसान ज़िंदा रहे या न रहे।”
इस बयान ने लाखों दिलों को छुआ है — खासकर तब, जब असरानी की ‘भीड़ न जुटने’ वाली इच्छा अभी भी सबके मन में ताज़ा है। असरानी ने भी अपने परिवार से अनुरोध किया था कि उनके अंतिम दर्शन के नाम पर कोई भीड़ या दिखावा न किया जाए, सिर्फ सादगी और शांति रहे।
Antakshari Fam Annu Kapoor बॉलीवुड में बढ़ रहा एक नया सोच ऐसा पहली बार नहीं है जब किसी जाने-माने कलाकार ने अपनी अंतिम इच्छा को इतनी संवेदनशीलता से व्यक्त किया हो।
इरफान खान ने भी चाहा था कि अंतिम क्षणों में सिर्फ परिवार मौजूद रहे।
लता मंगेशकर की अंतिम यात्रा सादगीपूर्ण रही थी।
ऋषि कपूर ने भी कहा था — “अंतिम समय में सिर्फ दुआ की जाए, ड्रामे की जरूरत नहीं।”
अन्नू कपूर का यह बयान बताता है कि बड़े कलाकार भी आज सम्मानजनक विदाई और सादगी को प्राथमिकता दे रहे हैं — न कि भीड़, सोशल मीडिया पोस्ट्स और दिखावे को।
लोग क्यों हो रहे हैं भावुक? सोशल मीडिया पर इस बयान के बाद कई लोगों ने लिखा —
“यह जीवन का सबसे सच्चा दर्शन है।”
“लोग जन्मदिन पर भीड़ चाहते हैं, मौत पर नहीं — यही समझना जरूरी है।”
“धन्यवाद अन्नू कपूर साहब, आपने हमें सोचने पर मजबूर कर दिया।”
आज जब शोर से भरा दौर है — यह शांत और गहरी बातें लोगों की आत्मा को छू रही हैं।