Sunday, December 28, 2025
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Delhi: दिल्ली-हरियाणा में पानी का विवाद: केजरीवाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका

Delhi: गुरुवार को दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने कहा कि हरियाणा सरकार रिकॉर्ड तापमान के बीच दिल्ली के हिस्से से पानी निकाल रही है। हरियाणा सरकार ने यमुना में पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं छोड़ा है।

दिल्ली और हरियाणा सरकारें लगातार पानी की मांग करती हैं। दिल्ली सरकार अब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट गई है। दिल्ली सरकार ने सर्वोच्च अदालत का रुख किया है। वे हरियाणा, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश से मानी की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि एक महीने के लिए अतिरिक्त पानी उपलब्ध कराया जाएगा। दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने पहले कहा था कि हरियाणा सरकार रिकॉर्ड तापमान के बीच दिल्ली के भाग से पानी निकाल रही है।

एक दिन पहले, आतिशी ने कहा कि हरियाणा सरकार यमुना में पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं छोड़ रही है। दिल्ली का जल संकट इससे गहराता जा रहा है। लेकिन सरकार इससे निपटने को तैयार है। सरकार ने वाटर टैंकर वार रूम बनाया है, जहां दिल्लीवासी 1916 में कॉल कर टैंकर खरीद सकते हैं। जल बोर्ड ने पानी की बर्बादी को कम करने के लिए 200 टीमें बनाई हैं।

निर्माण स्थानों, कार वाशिंग और कार मरम्मत केंद्रों पर पोर्टेबल जल बोर्ड से पानी का उपयोग प्रतिबंधित है। आदेश का पालन नहीं करने पर वेबसाइट को बंद कर दिया जाएगा। वजीराबाद तालाब में, आतिशी ने देखा कि यमुना का सामान्य जलस्तर 674 फीट से घटकर 670.3 फीट पर आ गया है। इससे बहुत से क्षेत्रों में पानी की कमी हो गई है। हरियाणा का पानी यमुना में वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को मिलता है।

Delhi: 200 शिकायत टीमें चालान काटेंगी

आतिशी ने बताया कि बुधवार को ही जल बोर्ड की 200 विरोधी टीमें पानी की बर्बादी की जांच करेंगे। टीम का नेतृत्व एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी करेगा, जो पूरी दिल्ली में टीमों और काटे गए चालान पर नज़र रखेगा।

Delhi: स्वास्थ्य सचिव और जल विभाग के सीईओ सौरभ भारद्वाज छुट्टी पर हैं

दिल्ली में लू चल रहा है, स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा। स्वास्थ्य विभाग और जल विभाग आज बहुत महत्वपूर्ण हैं। स्वास्थ्य विभाग के सचिव एसबी दीपक कुमार और जल विभाग के सीईओ अंबरासू छुट्टी पर चले गए हैं, बिना मंत्रियों को बताए और उनकी अनुमति लिए।

निर्माणस्थल और कार सर्विस सेंटर के पानी पर प्रतिबंध

आतिशी ने बताया कि कंस्ट्रक्शन साइट पर किसी भी तरह से पोर्टेबल जल, यानी पेयजल का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित है। चाहे बोरवेल, पानी की पाइप लाइन या वाटर टैंकर से हो। एमसीडी कंस्ट्रक्शन साइट पर पोर्टेबल जल का इस्तेमाल बंद कर देगी। वहीं, कार रिपेयरिंग और वॉशिंग सेंटरों में जल बोर्ड की पाइप लाइन से पानी लिया जाता है। ऐसे में यहां भी प्रतिबंध है। DPCC टीमें जांच कर क्षेत्र को सील करेंगे।

दिल्ली पंचायत संघ ने कहा कि ग्रामीणों को पानी की समस्या है

दिल्ली पंचायत संघ ने सरकार से ग्रामीण क्षेत्रों में नल से जल उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। बृहस्पतिवार को पंचायत संघ के प्रमुख थान सिंह यादव ने कहा कि 2013 से आम सरकार ग्रामीणों को नल से जल देने का वादा कर रही है, लेकिन ग्रामीणों को अभी तक पानी नहीं मिला है और न ही पानी माफिया पर नियंत्रण लगाया गया है।

किसानों और ग्रामीणों की मांगों को नजरअंदाज करना और दोयम दर्जे का व्यवहार असहज होगा। 360 गांवों की पंचायत जल्द ही बुलाई जाएगी, जिससे सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज किया जाएगा। पालम 360 ग्राम के प्रधान चौधरी सुरेंद्र सोलंकी ने बताया कि दिल्ली में पानी की कमी से हाहाकार मचा है। वहीं, द्वारका के रामफल चौक पर एक पेयजल लाइन कई दिन से टूटी हुई है।

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