VR News Live

Dungarpur: यशवंती, जिले के पहले ट्रांसजेंडर कॉलेज में 12वीं पास करने के बाद अब कॉलेज में एडमिशन प्राप्त करेगी।

Dungarpur:

Dungarpur:

Dungarpur: यशवंती ने बीए की पढ़ाई के लिए इतिहास, भूगोल और राजनीति शास्त्र को चुना है। 2016 में बारहवीं के बाद, निदेशक भरत जोशी ने बताया कि इसमें लगभग आठ साल का अंतराल था।

यशवंती, एक किन्नर, ताली बजाकर बख्शीश लेने के बजाय उच्च शिक्षा प्राप्त कर सम्मानित जीवन जीना चाहती है। उसे शिक्षा और नौकरी मिलने में अब भी हमारी सामाजिक और कानूनी व्यवस्थाएं बाधा डालती हैं।

Dungarpur: यशवंती, बारहवीं पास, बुधवार को कॉलेज में दाखिला मिला। उन्होंने सागवाड़ा के गुरुकुल कॉलेज में बीए प्रथम वर्ष की पढ़ाई शुरू की। कॉलेज के प्रत्यक्ष भरत जोशी और शरद जोशी के प्रयासों की बदौलत यशवंती को प्रवेश दिया गया। यशवंती ने इससे पहले उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, सागवाड़ा और सलुम्बर के कॉलेजों में दाखिला लेने की कोशिश की थी। किंतु आवेदन पत्र में पुरुष या महिला के अलावा कोई जेंडर कॉलम नहीं होता। जबकि वह थर्ड जेंडर हैं यशवंती ने बारहवीं पास करने के बाद राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल बनने की इच्छा व्यक्त की। उसके कैरियर में भी मेल या फीमेल न होना एक बाधा बन गया था।

Dungarpur: गुरुकुल कॉलेज में दाखिला लिया

यशवंती, हालांकि, सागवाड़ा के गुरुकुल कॉलेज में दाखिला लिया गया। उसे इतिहास, राजनीति और भूगोल पढ़ने की अनुमति है। कॉलेज प्रबंधन ने तीन साल तक किताबें मुफ्त देने और विद्यार्थियों की फीस माफ करने का साहसिक कार्य किया है।

यशवंती मूल रूप से सागवाड़ा के पास कोकापुर गांव में रहती है। वह बचपन से बख्शीश के सहारे जीवन जीने के दबाव और घर में शिक्षा की कमी के कारण मामा के घर चली गई थी। मामा ने सुधारवादी स्वभाव के कारण यशवंती को अपने घर रहकर पढ़ने की अनुमति दी। यशवंती ने कक्षा एक से बारहवीं तक अपने मामा के घर पाडवा रहकर पढ़ाई की। जयपुर के किन्नर जाति के नूर शेखावत ने उसे प्रेरित किया।

राजस्थान में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले पहले किन्नर नूर शेखावत हैं। वे यशवंती को मानवाधिकार बताते हैं। व्यवस्थाओं और समाज से लड़ने की प्रेरणा देते हैं। यशवंती को आज भी कसक है कि वह सरकारी व्यवस्थाओं में खामियों के चलते योग्य होने के बावजूद पुलिस कांस्टेबल बनने से वंचित कर दी गई। वह ग्रेजुएशन करके पुलिस सब इंस्पेक्टर बनने का सपना पूरा करेगी।

Dungarpur: यशवंती, जिले के पहले ट्रांसजेंडर कॉलेज में 12वीं पास करने के बाद अब कॉलेज में एडमिशन प्राप्त करेगी।

गुरुकुल कॉलेज सागवाडा पहुंची किन्नर यशवंती का क्यों किया गया फूल मालाओं से स्वागत देखिए जरूर

Exit mobile version