Nepal कौन-कौन से सोशल मीडिया ऐप बैन, क्यों लगाया गया प्रतिबंध
Nepal कौन-कौन से सोशल मीडिया ऐप बैन, क्यों लगाया गया प्रतिबंध, जानिए देश में हो रहे बवाल की पूरी कहानी
“नेपाल में सोशल मीडिया बैन: सड़क पर युवाओं का बवाल, संसद भवन में भी घुसे; पुलिस फायरिंग में आठ की मौत, 42 घायल”
घटनाक्रम की वास्तविक जानकारी (8 सितंबर 2025)
1. सोशल मीडिया पर प्रतिबंध
- नेपाल सरकार ने करीब 26 प्रमुख सोशल मीडिया और मैसेजिंग प्लेटफॉर्म्स (जैसे Facebook, Instagram, WhatsApp, X, YouTube, LinkedIn, Reddit, Signal, Pinterest) को बंद कर दिया, क्योंकि उन्होंने सरकार में पंजीकरण कराने की नई कानूनी आवश्यकताओं का पालन नहीं किया।
- केवल TikTok, Viber और कुछ अन्य प्लेटफॉर्म्स ने पंजीकरण कराया, और इसलिए उन्हें प्रतिबंधित नहीं किया गया।
2. युवा विरोध और ‘Gen Z’ आंदोलन
- इस कदम के विरोध में हजारों Gen Z (1995–2010 में जन्मे युवा) प्रदर्शनकारियों ने 8 सितंबर 2025 को काठमांडू की सड़कों पर आक्रोश व्यक्त किया, कई स्थानों पर संसद भवन के बाहर भी विरोध प्रदर्शन हुआ ।
3. पुलिस कार्रवाई और हताहत
- पुलिस ने विरोध को नियंत्रित करने के लिए tear gas, water cannons, rubber bullets का इस्तेमाल किया।
- विभिन्न स्रोतों के अनुसार प्रदर्शनकारियों की मौत की संख्या में भिन्नता है:
- कुछ समाचारों में 9 लोगों की मौत और 42 से अधिक घायल होने की रिपोर्ट है।
- किकथित “8 की हत्या, 42 घायल” का विवरण किसी उच्च गुणवत्ता स्रोत द्वारा प्रमाणित नहीं है और संख्याएँ समाचारों में अलग-अलग हैं।
4. कर्फ्यू और तनावपूर्ण स्थिति
- तनाव बढ़ने पर, काठमांडू के मुख्य सरकारी क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया, जिसमें संसद, राष्ट्रपति भवन, और सिंग्हा दुबर (प्रधानमंत्री कार्यालय) शामिल थे।
कौन-कौन से सोशल मीडिया ऐप बैन हुए?
नेपाल सरकार ने कुल 26 सोशल मीडिया और मैसेजिंग प्लेटफ़ॉर्म्स को बैन किया है, जिनमें प्रमुख नाम निम्नलिखित हैं:
- Meta द्वारा संचालित: Facebook, Messenger, Instagram, WhatsApp
- दूसरे प्रमुख प्लेटफ़ॉर्म्स: X (पूर्व Twitter), YouTube, Reddit, LinkedIn, Snapchat, Discord, Pinterest, Signal, Threads, Quora, Tumblr, Clubhouse, Mastodon, Rumble, VK, Line, IMO, Zalo, Sol, Hamro Patro, Mi Video, Mi Vike
Nepal सरकार ने विशेष रूप से आगे स्पष्टीकरण दिया है:
- TikTok, Viber, Nimbuzz, WeTalk (Wetalk) और PopoLive ने कानूनी पंजीकरण कराया और प्रतिबंध से बच गए हैं।
- Telegram और Global Diary ने पंजीकरण के लिए आवेदन किया है और प्रक्रिया वर्तमान में पूरा हो रही है।
प्रतिबंध क्यों लगाया गया?
पंजीकरण न करने पर कार्रवाई
- सरकार ने अगस्त 28, 2025 को सभी सोशल प्लेटफ़ॉर्म्स को नेपाल में पंजीकरण करने और स्थानीय प्रतिनिधि नियुक्त करने की समय सीमा दी, जो 7 दिन की थी।
- इसके बाद, जिन प्लेटफ़ॉर्म्स ने पंजीकरण नहीं कराया, उन्हें Nepal Telecommunications Authority (NTA) द्वारा ब्लॉक करने का निर्देश दिया गया।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश
- इसका आधार नेपाल की सुप्रीम कोर्ट का एक आदेश था (Case No. 080-8-0012), जिसके तहत किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म को बिना अनुमति और पंजीकरण के काम नहीं करने की अनुमति नहीं देनी थी।
सरकार की सुरक्षा व सूचना नियंत्रण आवश्यकता
- सरकार का तर्क था कि यह कदम नकली आईडी, साइबर अपराध, और गलत जानकारी फैलने जैसे जोखिमों को रोकने और राष्ट्रीय सुरक्षा बनाए रखने में मदद करेगा।
देश में उभरा बवाल
बड़े पैमाने पर विरोध
- 8 सितंबर 2025 को काठमांडू में हजारों युवा—विशेषकर Gen Z—सड़कों पर उतर आए और सोशल मीडिया प्रतिबंध का विरोध किया।
- प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन के बाहर विरोध किया और धीरे-धीरे स्थिति हिंसक हो गई।
पुलिस कार्रवाई और हताहत
- पुलिस ने tear gas, रबड़ बुलेट्स, वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया।
- कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इस हिंसा में 9 लोगों की मौत हुई और 42 से अधिक घायल हुए हैं।
कर्फ्यू और तनाव का माहौल
- संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, और प्रमुख सरकारी कार्यालयों के आसपास कर्फ्यू लगाया गया।
- विरोध-प्रदर्शन तीव्र पकड़ चुका था, जिससे सरकार ने अनुशासन बहाल करने की कोशिश की।
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