Russia to Japan रूस से जापान तक भूकंप और सुनामी का खतरा: क्या आएगी तबाही की बड़ी लहर?
भूकंप से कांपी धरती: रूस-जापान में 8.8 तीव्रता का जोरदार झटका, कई इलाकों में सुनामी आई; हवाई, चिली और सोलोमन द्वीप में अलर्ट जारी। 8.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के बाद रूस और जापान के तटीय इलाकों में सुनामी का खतरा मंडरा रहा है।
तेज झटकों से डरी दुनिया! रूस और जापान के कई हिस्सों में मंगलवार को 8.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप दर्ज किया गया। भूकंप के तुरंत बाद कुछ तटीय इलाकों में सुनामी की लहरें देखी गईं। इसके मद्देनज़र हवाई, चिली और सोलोमन द्वीप जैसे प्रशांत क्षेत्र के देशों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील कर रहा है।
Russia to Japan क्या है ताज़ा स्थिति?
- भूकंप का केंद्र: प्रशांत महासागर में स्थित था, जिससे समुद्र के अंदर बड़े पैमाने पर हलचल हुई।
- सुनामी अलर्ट: जापान, रूस, हवाई, चिली और सोलोमन द्वीप समेत कई देशों ने तटीय क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
- लहरों की ऊंचाई: कुछ जगहों पर पानी की लहरें 3-4 मीटर तक ऊंची उठती देखी गई हैं।
भारत को कोई खतरा नहीं
भारतीय सुनामी पूर्व चेतावनी केंद्र (आईटीईडब्ल्यूसी) ने बुधवार को कहा कि भारतीय तट पर सुनामी का कोई खतरा नहीं है। केंद्र ने सुबह जारी एक बुलेटिन में कहा, ‘पूर्व-निर्धारित मॉडल परिदृश्यों के आधार पर भारत को कोई खतरा नहीं है।’
Russia to Japan अब आगे क्या हो सकता है?
- तबाही की आशंका: अगर सुनामी की लहरें ज़मीन से टकराती हैं, तो निचले इलाकों में भारी तबाही हो सकती है। जान-माल का बड़ा नुकसान संभव है।
- बिजली और संचार व्यवस्था ठप: तटीय शहरों में बिजली गुल हो सकती है, मोबाइल नेटवर्क ठप हो सकते हैं।
- इमरजेंसी सेवाएं सक्रिय: जापान और रूस में रेस्क्यू टीमें अलर्ट पर हैं। समुद्र तट खाली कराए जा रहे हैं।
- सैकड़ों लोगों का पलायन: तटीय गांवों और कस्बों से लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भाग रहे हैं।
Russia to Japan 8.8 तीव्रता का विनाशकारी भूकंप: रूस-जापान में सुनामी की लहरें, हवाई, चिली और सोलोमन द्वीप पर हाई अलर्ट
लोगों के लिए चेतावनी और सलाह:
- समुद्र तटों से दूर रहें।
- ऊंचाई वाले इलाकों में शरण लें।
- अफवाहों पर ध्यान न दें, सिर्फ सरकारी और मौसम विभाग के निर्देशों को मानें।
सरकारें क्या कर रही हैं?
- जापान सरकार ने “नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान” लागू किया है।
- रूसी नौसेना और बचाव टीमें हेलिकॉप्टर के माध्यम से बचाव कार्य में जुट गई हैं।
- हवाई और चिली में तटीय यातायात रोक दिया गया है।
क्या आगे और झटके आ सकते हैं?
भूकंप के बाद “आफ्टरशॉक्स” (मध्यम झटके) आने की आशंका बनी हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 24–48 घंटे निर्णायक होंगे। अगर समुद्र की गहराई में और हलचल हुई, तो दूसरी सुनामी की लहरें भी आ सकती हैं।
Russia to Japan क्या है असली खतरा?
भूकंप समुद्र के नीचे आया था, जिससे समुद्री प्लेट्स में जबरदस्त हलचल हुई। यही कारण है कि भूकंप के बाद सुनामी की लहरें उठनी शुरू हुईं।
विशेषज्ञों के अनुसार:

“अगर ये लहरें पूरी ताक़त से ज़मीन से टकराती हैं, तो यह 2011 की फुकुशिमा त्रासदी जैसी तबाही ला सकती हैं।” — प्रो. ताकेशी सोटो, जापान डिज़ास्टर रिसर्च यूनिवर्सिटी
Follow On Facebook Page : VR News LIVE
Baba Vanga 2025 : के लिए भविष्यवाणियाँ क्या डरना चाहिए दुनिया को ?
Discover more from VR News Live
Subscribe to get the latest posts sent to your email.