Leopard Found Dead Tapi District तापी जिले के खेत में मिली डेढ़ साल की मादा तेंदुआ मृत अवस्था में, शिकार की तलाश में कुएं में गिरने से हुई मौत की आशंका
Leopard Found Dead Tapi District गुजरात के तापी जिले के व्यारा तालुका के भानावाड़ी गांव में खेत के कुएं में एक डेढ़ साल की मादा तेंदुआ मृत मिली। वन विभाग ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम शुरू किया। आशंका है कि तेंदुआ रात में शिकार की तलाश में कुएं में गिर गया था।
Leopard Found Dead Tapi District गुजरात के तापी जिले में वन्यजीव प्रेमियों को झकझोर देने वाली एक घटना सामने आई है। जिले के व्यारा तालुका के भानावाड़ी गांव में एक खेत के कुएं से लगभग डेढ़ वर्ष की मादा तेंदुआ (लीपर्डेस) मृत अवस्था में पाई गई।

स्थानीय किसान जब सुबह अपने खेत में पानी के लिए कुएं पर गया, तो उसने तेंदुए का शव देखा और तुरंत वन विभाग को इसकी सूचना दी। जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और आवश्यक कानूनी कार्रवाई के साथ शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, प्राथमिक जांच में अनुमान लगाया जा रहा है कि यह तेंदुआ दो–तीन दिन पहले कुएं में गिर गया होगा। कुएं में पानी भरा होने के कारण या तो डूबने से या फिर गिरने से लगी चोटों के कारण उसकी मौत हो गई होगी।
Leopard Found Dead Tapi District शिकार की तलाश में बनी दुर्घटना
वन अधिकारियों ने बताया कि घटना संभवतः रात के समय हुई होगी, जब यह मादा तेंदुआ शिकार की तलाश में आसपास के खेतों में घूम रही थी। भानावाड़ी गांव के पास स्थित खेतों में जंगली सुअर, खरगोश और छोटे जानवर पाए जाते हैं, जिनका शिकार करने के लिए तेंदुए अक्सर खेतों की ओर निकल आते हैं।
लेकिन जिस कुएं में यह तेंदुआ गिरा, वह खुला और असुरक्षित था, जिसके चारों ओर कोई सुरक्षा जाली या दीवार नहीं थी। अधिकारियों का मानना है कि अंधेरे में चलते समय वह कुएं में गिर गई और बाहर नहीं निकल सकी।
वन विभाग की त्वरित कार्रवाई
वन विभाग की टीम ने शव को बाहर निकालकर प्राथमिक निरीक्षण (initial examination) किया। अधिकारियों ने बताया कि तेंदुए की उम्र लगभग 1.5 वर्ष है और वह पूरी तरह मादा है।
वन विभाग के एक अधिकारी ने कहा —
“पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का वास्तविक कारण स्पष्ट होगा। फिलहाल अनुमान है कि तेंदुआ कुएं में गिरने के कारण या तो चोटों से या डूबने से मरा है।”
घटना के बाद वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्क रहने और खुले कुओं को सुरक्षित ढंकने की अपील की है, ताकि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके।
जंगली जानवरों की बढ़ती आवाजाही
हाल के वर्षों में तापी जिले और दक्षिण गुजरात के ग्रामीण इलाकों में तेंदुओं की गतिविधि बढ़ी है। खेती योग्य भूमि के आसपास जंगलों की सीमा कम होने से जंगली जानवर अक्सर बस्तियों और खेतों तक पहुंच जाते हैं।
वन विभाग समय-समय पर गश्त करता है और स्थानीय किसानों को सुरक्षा उपायों की जानकारी देता है, लेकिन खुले कुएं और असुरक्षित जलस्रोत इस तरह के हादसों की वजह बनते हैं।
Leopard Found Dead Tapi District ग्रामीणों में चिंता
गांव के लोगों ने भी तेंदुए की मौत पर दुख जताया और कहा कि यह प्रकृति की हानि है। किसानों ने प्रशासन से अनुरोध किया कि ऐसे खुले कुएं पर सुरक्षा जाली लगाना अनिवार्य किया जाए, ताकि जानवरों और इंसानों दोनों की जान बचाई जा सके।
वन विभाग ने कहा कि वे इस क्षेत्र के सभी खुले कुओं की सूची तैयार कर रहे हैं और स्थानीय पंचायतों को सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने का निर्देश देंगे।
Table of Contents
Tulsi Shaligram Vivah 2025: शुभ मुहूर्त, विधि और इसका दिव्य महत्व
शोर्ट वीडियोज देखने के लिए VR लाइव से जुड़िये
गुजराती न्यूज़ देखने के लिए फेसबुक पेज फोलो करने के लिए VR लाइव से जुड़िये
Discover more from VR News Live
Subscribe to get the latest posts sent to your email.