Uttarkashi Cloudburst

Uttarkashi Cloudburst: उत्तरकाशी क्लाउडबर्स्ट 30 सेकेंड की तबाही, लड़खड़ाते कदमों के बीच मलबे में रेंगती ज़िंदगी

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Uttarkashi Cloudburst: उत्तरकाशी क्लाउडबर्स्ट 30 सेकेंड की तबाही, लड़खड़ाते कदमों के बीच मलबे में रेंगती ज़िंदगी

Uttarkashi Cloudburst उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले में हुई बादल फटने की भयावह घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। केवल 30 सेकेंड में जो तबाही आई, उसने पूरे इलाके को मलबे में तब्दील कर दिया। रात के अंधेरे में तेज़ आवाज़ के साथ बरसी आफत ने न सिर्फ घरों को बहा दिया, बल्कि कई ज़िंदगियां भी साथ ले गई।

एक और बार, पहाड़ों ने चेताया

उत्तरकाशी की यह घटना एक बार फिर बताती है कि प्रकृति जब कुपित होती है, तो उसे रोकना इंसान के बस में नहीं होता। पर सवाल यही है — क्या हम इस चेतावनी को सुनने को तैयार हैं? या अगली तबाही का इंतज़ार करेंगे?

उत्तरकाशी (उत्तराखंड), 6 अगस्त 2025:
उत्तराखंड का उत्तरकाशी ज़िला सोमवार देर रात भीषण प्राकृतिक आपदा की चपेट में आ गया, जब महज 30 सेकेंड में बादल फटने की घटना ने एक शांत पर्वतीय इलाके को मलबे और चीख़ों में तब्दील कर दिया। इस हादसे में अब तक कई लोगों की मौत की पुष्टि, जबकि दर्जनों के लापता होने की आशंका है। पूरे क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया गया है और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है।

अचानक बरसी मौत: कैसे हुआ हादसा?

रात क़रीब 2:15 बजे, जब लोग गहरी नींद में थे, तब आसमान में गड़गड़ाहट के साथ अचानक बादल फटा और कुछ ही पलों में तेज़ पानी का सैलाब गांव की ओर बढ़ा। पहाड़ों से मलबा, चट्टानें और पेड़ उखड़कर मकानों, दुकानों और सड़कों पर आ गिरे।

स्थानीय निवासी दर्शन सिंह, जो मलबे से अपनी पत्नी को तलाशते दिखे, बताते हैं –

“सब कुछ चंद सेकेंड में हुआ। तेज़ गर्जना हुई, फिर पूरा घर कांप गया। जब बाहर निकले तो सामने कुछ नहीं था, सिर्फ कीचड़ और मलबा।”

Uttarkashi Cloudburst
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Uttarkashi Cloudburst सरकार की प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को ₹5 लाख मुआवज़ा देने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने कहा कि बचाव कार्य में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। पीएम मोदी ने भी स्थिति का जायज़ा लिया और केंद्र से हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया है।

तबाही की तस्वीरें: जहां कल ज़िंदगी थी, आज मलबा है

  • कम से कम 12 घर पूरी तरह ध्वस्त, 30 से ज़्यादा क्षतिग्रस्त
  • 3 शव बरामद, लेकिन 20 से अधिक लोग लापता
  • कई मवेशी भी बह गए
  • चारधाम यात्रा पर भी अस्थायी रोक
  • शिवपुर, मातली, भटवाड़ी जैसे गांवों में सबसे ज़्यादा नुकसान

Uttarkashi Cloudburst बचाव और राहत कार्य: जंग जारी है

NDRF, SDRF, पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं।

  • मलबे में रिस्क्यू डॉग्स और थर्मल डिवाइसेज़ की मदद से तलाश
  • प्रभावित लोगों को अस्थायी राहत शिविरों में पहुंचाया गया
  • भोजन, दवा और पानी की आपूर्ति युद्धस्तर पर की जा रही है

जिलाधिकारी ने बताया कि “मौसम की मार असामान्य थी, लेकिन हमने तुरंत कार्यवाही की।”

मुख्य घटनाक्रम: Uttarkashi Cloudburst

  • भारी बारिश के बाद बादल फटने से कई मकान और दुकानें क्षतिग्रस्त
  • लोग मलबे में फंसे, बचाव कार्य जारी
  • अब तक कई लोगों के लापता होने की आशंका, कुछ शव बरामद
  • नेशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (NDRF) और पुलिस की टीमें मौके पर

“मौत बादलों से बरसी” Uttarkashi Cloudburst

चश्मदीदों के मुताबिक, सबकुछ सामान्य था, लेकिन कुछ ही सेकेंड में ज़मीन हिलने लगी, तेज़ आवाज़ आई और देखते ही देखते पहाड़ों से मलबा बहकर गांवों में आ गया।

लड़खड़ाते कदम, रेंगती ज़िंदगी

  • जिन घरों में कल तक हँसी थी, आज वहाँ चुप्पी और चीख़ें हैं
  • लोग अपनों की तलाश में मलबे को नंगे हाथों से हटाते दिखे
  • पानी के बहाव में बहे वाहन, पेड़ और पूरी गलियाँ

प्रशासन का अलर्ट

  • उत्तरकाशी और आसपास के क्षेत्रों में यात्रा से बचने की सलाह
  • चारधाम यात्रा भी आंशिक रूप से रोकी गई
  • अगले 48 घंटे मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है

यह हादसा एक बार फिर याद दिलाता है कि पहाड़ी क्षेत्रों में मौसम कितना खतरनाक रूप ले सकता है।

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