वास्तु और फेंगशुई दोनों में इन पौधों का विशेष महत्व है। आइए जानें ऐसे कुछ शुभ और गुड लक बढ़ाने वाले पौधों के बारे में:

कुछ खास पौधे माने जाते हैं जो घर या कार्यस्थल में लगाने से सौभाग्य, सुख-समृद्धि और पॉजिटिव एनर्जी को आकर्षित करते हैं।

गुड लक बढ़ाने वाले पौधे 1. तुलसी (Holy Basil) – धार्मिक और आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से बेहद पवित्र। – घर में सकारात्मक ऊर्जा, स्वास्थ्य और समृद्धि लाता है। – इसे उत्तर, उत्तर-पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है।

गुड लक बढ़ाने वाले पौधे मनी प्लांट (Money Plant) – फेंगशुई में इसे धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। – इसे घर के अंदर दक्षिण-पूर्व दिशा (लक्ष्मी दिशा) में रखें। – यह तनाव को कम करता है और रिश्तों में मधुरता लाता है।

गुड लक बढ़ाने वाले पौधे स्नेक प्लांट (Snake Plant / सर्पगंधा) – घर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाता है। – नकारात्मक ऊर्जा दूर करता है और नींद में सुधार करता है। – वास्तु में इसे दक्षिण दिशा में रखने की सलाह दी जाती है।

गुड लक बढ़ाने वाले पौधे बोनसाई ट्री (Bonsai Tree) ध्यान केंद्रित करने में सहायक – इसका रख-रखाव मन को शांत करता है। पॉजिटिव एनर्जी – सही जगह पर रखा जाए तो घर की ऊर्जा को संतुलित कर सकता है। डेकोर में उपयोगी – घर या ऑफिस की शोभा बढ़ाता है।

गुड लक बढ़ाने वाले पौधे  बांस का पौधा (Lucky Bamboo) – फेंगशुई में सबसे शुभ पौधों में गिना जाता है। – 2 स्टिक प्यार, 3 स्टिक खुशियाँ, 5 स्टिक स्वास्थ्य और 8 स्टिक धन लाते हैं। – इसे पानी में कांच के बर्तन में रखें और लाल रिबन बाँधें।

गुड लक बढ़ाने वाले पौधे  पीस लिली पौधा (Peace Lily) – वातावरण को शुद्ध करता है (Air Purifier)। – वास्तु और फेंगशुई में पीस लिली को सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने वाला पौधा माना गया है। – बहुत अधिक धूप या पानी की ज़रूरत नहीं होती। इनडोर वातावरण में आसानी से फलता-फूलता है। –बेडरूम में रखने से यह वायु को शुद्ध करता है, जिससे नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है।

गुड लक बढ़ाने वाले पौधे  एथूरियम पौधा (Athurum) NASA की रिपोर्ट के अनुसार, एथूरियम हवा से टॉक्सिक गैसों जैसे फॉर्मल्डिहाइड, अमोनिया और ज़ाइलीन को हटाने में मदद करता है। – ऑफिस या घर के वातावरण में रिलैक्सेशन और क्रिएटिविटी बढ़ाता है। फेंगशुई के अनुसार, यह पौधा धन, प्रेम और समृद्धि को आकर्षित करता है। दंपति के बेडरूम या रिलेशनशिप एरिया (दक्षिण-पश्चिम दिशा) में रखने से संबंधों में मिठास आती है।