Why We Celebrate Dhanteras: धनतेरस क्यों मनाते हैं? जानिए धनत्रयोदशी से जुड़ी 10 जरूरी बातें जो हर किसी को पता होनी चाहिए
धनतेरस 2025 क्यों मनाई जाती है? जानिए धनत्रयोदशी के इतिहास, धार्मिक महत्व और उससे जुड़ी 10 खास बातें। साथ ही जानें इस दिन के शुभ काम, पूजा विधि और मान्यताएं।
धनतेरस क्यों मनाते हैं? क्या आप जानते हैं धनत्रयोदशी से जुड़ी ये 10 जरूरी बातें?
Why We Celebrate Dhanteras: 10 Important Facts About Dhantrayodashi
दीपों का पर्व दिवाली पांच दिनों तक मनाया जाता है और इसकी शुरुआत होती है धनतेरस से — जिसे धनत्रयोदशी भी कहा जाता है। यह दिन धन, स्वास्थ्य और सौभाग्य का प्रतीक माना गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि धनतेरस केवल खरीदारी का दिन नहीं, बल्कि इसका गहरा धार्मिक और पौराणिक महत्व भी है?

आइए जानते हैं धनतेरस से जुड़ी 10 ऐसी जरूरी बातें, जो हर व्यक्ति को जाननी चाहिए।
1. धनतेरस का अर्थ क्या है?
‘धन’ यानी संपत्ति और ‘तेरस’ यानी त्रयोदशी तिथि। यह पर्व कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है। इसीलिए इसे धनत्रयोदशी कहा जाता है।
2. भगवान धन्वंतरि का जन्मदिन होता है धनतेरस Why We Celebrate Dhanteras
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। वे आयुर्वेद और चिकित्सा के देवता माने जाते हैं।
👉 इसीलिए इस दिन स्वास्थ्य संबंधी चीजें या तांबे के बर्तन खरीदना शुभ होता है।
3. धनतेरस की पूजा से आती है समृद्धि
इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन किया गया पूजन घर में स्थायी धन और सुख-समृद्धि लाता है।
4. सोना-चांदी या बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है
धनतेरस पर धातु (Metal) खरीदना संपन्नता का प्रतीक माना गया है।
👉 सोने-चांदी के सिक्के या स्टील-तांबे के बर्तन खरीदने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
5. तुलसी के पास दीपक जलाना अत्यंत शुभ
धनतेरस की रात तुलसी के पास एक दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा और लक्ष्मी का वास होता है। यह सुख-शांति का प्रतीक माना जाता है।
6. धनतेरस से शुरू होती है दिवाली की उत्सव श्रृंखला
यह दिवाली के पांच दिनों की शुरुआत होती है —
1️⃣ धनतेरस
2️⃣ नरक चतुर्दशी
3️⃣ लक्ष्मी पूजा (मुख्य दिवाली)
4️⃣ गोवर्धन पूजा
5️⃣ भाई दूज
7. इस दिन घर के दरवाजे पर दीप जलाना जरूरी है
मान्यता है कि धनतेरस की रात घर के मुख्य द्वार पर दीप जलाने से दरिद्रता दूर होती है और धन का प्रवाह बना रहता है।
8. झाड़ू खरीदना भी शुभ संकेत है Why We Celebrate Dhanteras
कई लोग नहीं जानते कि धनतेरस पर झाड़ू खरीदना दरिद्रता दूर करने का प्रतीक है। इसे घर की सफाई और नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करने के लिए जरूरी माना गया है।
9. इस दिन “श्री सूक्त” या “लक्ष्मी स्तोत्र” का पाठ करें
शास्त्रों में कहा गया है कि धनतेरस की रात लक्ष्मी स्तोत्र या श्री सूक्त का पाठ करने से आर्थिक स्थिरता और सौभाग्य मिलता है।
10. मृत्यु भय से मुक्ति का भी प्रतीक है धनतेरस
पौराणिक कथाओ के अनुसार प्राचीन समय में, राजा हेम के पुत्र की मृत्यु त्रयोदशी के दिन होने की भविष्यवाणी थी। लेकिन उसकी पत्नी ने दीपक जलाकर भगवान यमराज की पूजा की और अपने पति का जीवन बचा लिया।
इसलिए यह दिन “यम दीपदान” के रूप में भी मनाया जाता है।
धनतेरस का आध्यात्मिक महत्व (Spiritual Meaning) Why We Celebrate Dhanteras
धनतेरस केवल धन की पूजा का दिन नहीं, बल्कि यह शरीर, मन और आत्मा की समृद्धि का प्रतीक है।
यह हमें सिखाता है कि सच्चा धन सिर्फ पैसा नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, शांति और संतोष भी है।
धनतेरस हमें यह याद दिलाता है कि जब हम श्रद्धा से दीप जलाते हैं और देवी लक्ष्मी का आह्वान करते हैं, तो हमारे जीवन में रोशनी, सुख और सफलता स्वयं प्रवेश करती है।
धनतेरस 2025 पर इन 10 बातों को याद रखकर अगर पूजा और खरीदारी करें, तो निश्चित ही आने वाला साल खुशियों और समृद्धि से भरा रहेगा।
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