Bhasma Aarti: बाबा महाकाल ने आषाढ़ शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि व शनिवार के संयोग पर भस्म आरती में शांति का आह्वान किया। इस दौरान उनके मस्तक पर त्रिपुंड, ॐ, सूर्य और चंद्र लगाकर श्रृंगार किया गया। तब महानिर्वाणी अखाड़े से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित किया गया।
उज्जैन में आषाढ़ शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर शनिवार को सुबह चार बजे मंदिर के पट खुलते ही पंडे पुजारी ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन करके उनका जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर पंचामृत और फलों के रस से किया। पहला घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को एक नया मुकुट पहनाया गया।
आज आषाढ़ शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि व शनिवार के संयोग पर भस्मआरती में बाबा महाकाल ने शांति का संदेश दिया. यह श्रृंगार की विशेषता है। इस दौरान उनके मस्तक पर त्रिपुंड, ॐ, सूर्य और चन्द्र लगाकर श्रृंगार किया गया। तब महानिर्वाणी अखाड़े से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित किया गया। इस दौरान हजारों लोगों ने बाबा महाकाल के दिव्य दर्शनों का लाभ लिया, जिससे पूरा मंदिर जय श्री महाकाल की गूंज से भर गया।
Bhasma Aarti: श्रावण महोत्सव में स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की प्रस्तुति
Bhasma Aarti: श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने 27 जुलाई शनिवार से 19वें श्रावण महोत्सव का आयोजन किया, जो हर शनिवार 31 अगस्त 2024 तक चलेगा। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक मृणाल मीना ने बताया कि 2024 के श्रावण महोत्सव में छह शनिवार को 18 प्रस्तुतियां होंगी, जिसमें स्थानीय कलाकारों के अलावा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों को मंच मिलेगा।
शनिवार, 27 जुलाई 2024 को रतन मोहन शर्मा मुंबई से शास्त्रीय गायन, गेभी साहब ताल वादन कचहरी से समूह तबला वादन और सुश्री ऐश्वर्या शर्मा से कथक नृत्य होगा। दूसरे शनिवार, तीन अगस्त 2024 को उज्जैन में राजीव शर्मा, मुकेश शर्मा, शैलेष शर्मा, मिथिलेश शर्मा (शर्मा बन्धु) का शास्त्रीय गायन, पुणे की नम्रता गायकवाड़ और प्रमोद गायकवाड़ का शहनाई वादन (जुगलबंदी) और निकिता बणावलिकर का कथक नृत्य होगा। तीसरे शनिवार, 10 अगस्त 2024 को सुचिता गांगुली का शास्त्रीय गायन,
Bhasma Aarti: श्री वल्ली हैदराबाद के समूह का मोहिनीअट्टम कथक नृत्य और उज्जैन की अनन्या गौर का कथक नृत्य होगा। कोलकता के मनाब परई का कथक नृत्य और प्रतिकल्पा सांस्कृतिक संस्था, उज्जैन द्वारा चौथे शनिवार, 17 अगस्त 2024 को कोलकता के प्रसन्ना विश्वनाथन व सागर मोरानकर की ध्रुपद जुगलबंदी की प्रस्तुति होगी।
नई दिल्ली के शकुमार ऋषितोष एवं सहयोगियों द्वारा पञ्च वाद्य कचहरी (तबला, पखावज, परकशन, सारंगी, बासुरी) और सानिया पाटनकर, पुणे का शास्त्रीय गायन 24 अगस्त 2024 को होगा. अंजना चौहान के कथक नृत्य से संध्या का समापन होगा। 19वें श्रावण महोत्सव 2024 में छटे व अंतिम शनिवार 31 अगस्त 2024 की संध्या में अजमेर के आनंद वैद्य का शास्त्रीय गायन, इंदौर की संस्था मुद्रा कथक अकादमी का समूह कथक और उज्जैन की मयूरी सक्सेना का कथक नृत्य होगा। 2024 का श्रावण महोत्सव प्रत्येक शनिवार सायं सात बजे से त्रिवेणी कला एवं पुरातत्व संग्रहालय में होगा, जो श्री महाकाल महाराज के निकट है।
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Bhasma Aarti: मस्तक पर ॐ, सूर्य, चंद्र और त्रिपुंड का श्रृंगार लगाकर भस्म आरती ने शांति का सन्देश दिया।
Mahakal Bhasm Aarti: सावन का पहला सोमवार भगवान महाकाल की भव्य भस्म आरती से शुरू, जनसैलाब उमड़ा
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