Cryotherapy की चर्चा हर जगह क्यों हो रही है? विशेषज्ञ बता रहे हैं इस ट्रेंड के बारे में और इसे घर पर कैसे आज़माएँ
आजकल सोशल मीडिया से लेकर हेल्थ जिम तक, एक नाम हर जगह चर्चा में है – क्रायोथेरेपी (Cryotherapy)। सेलिब्रिटीज़ से लेकर फिटनेस इंफ्लुएंसर्स तक, सब इसके फायदों की बात कर रहे हैं। लेकिन आखिर ये क्रायोथेरेपी है क्या, इसके पीछे की साइंस क्या है, और क्या इसे घर पर भी आज़माया जा सकता है? आइए विशेषज्ञों की मदद से समझते हैं।
क्रायोथेरेपी Cryotherapy क्या है?
Cryo = ठंड (Cold) + Therapy = चिकित्सा (Treatment)
क्रायोथेरेपी एक ऐसी उपचार विधि है जिसमें शरीर के किसी हिस्से या पूरे शरीर को कुछ मिनटों के लिए बेहद ठंडे तापमान में रखा जाता है। इसका उद्देश्य सूजन कम करना, दर्द को राहत देना, मेटाबॉलिज्म सुधारना और मानसिक ऊर्जा बढ़ाना होता है।
क्यों हो रही है इतनी चर्चा?
विशेषज्ञों के अनुसार इसके कारण हैं:
- सेलिब्रिटी प्रमोशन – किम कार्दशियन, विराट कोहली, रणबीर कपूर, फरहान अख्तर और शिबानी दांडेकर जैसे स्टार्स इसे अपना हेल्थ सीक्रेट बता चुके हैं
- फास्ट रिकवरी – एथलीट्स के लिए तेज़ रिकवरी का जरिया
- वजन घटाने का दावा – कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक इससे मेटाबॉलिज्म तेज़ होता है
- मेंटल रिलैक्सेशन – ठंडी थैरेपी से तनाव कम होने की संभावना
- बढ़ती बॉडी केयर ट्रेंड्स – आज की दुनिया में वेलनेस खुद एक बड़ा ट्रेंड है
क्रायोथेरेपी के प्रकार:
प्रकार | विवरण |
---|---|
Whole Body Cryotherapy (WBC) | -110°C से -140°C तापमान में 2-4 मिनट तक पूरे शरीर को रखा जाता है (क्रायो चैम्बर में) |
Localized Cryotherapy | किसी एक हिस्से पर बर्फ या ठंडी गैस का प्रेशर |
Ice Bath / Cold Plunge | टब में ठंडे पानी और बर्फ के साथ डुबकी लेना |
Cryo-Facial | चेहरे पर कोल्ड ब्लोइंग गैस का उपयोग – स्किन ग्लो के लिए |
घर पर क्रायोथेरेपी कैसे आज़माएं?
अगर आप महंगे क्रायो-सेंटर नहीं जा सकते, तो घर पर ये आसान तरीके आज़मा सकते हैं:
1. आइस बाथ (Ice Bath)
- एक टब में ठंडा पानी भरें
- उसमें बर्फ डालें
- 5–10 मिनट तक बैठें (धीरे-धीरे शुरुआत करें)
- खासकर वर्कआउट के बाद करें
2. आइस पैक / क्यूब रबिंग
- सूजन या दर्द वाली जगह पर आइस पैक लगाएं
- स्किन पर सीधे न लगाकर कपड़े में लपेटकर रखें
- चेहरे पर ग्लो के लिए आइस क्यूब घुमाएं
3. कोल्ड शॉवर
- दिन की शुरुआत में या वर्कआउट के बाद ठंडे पानी से नहाएं
- इससे रक्त संचार और एनर्जी लेवल में सुधार हो सकता है
सावधानियाँ और जोखिम
विशेषज्ञों का कहना है कि क्रायोथेरेपी हर किसी के लिए नहीं होती। खासकर:
- हृदय रोगी
- ब्लड प्रेशर के मरीज
- त्वचा की समस्याओं से जूझ रहे लोग
को इसे आज़माने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
“क्रायोथेरेपी अगर सही तरीके से और सुरक्षित रूप से की जाए तो यह शरीर को एनर्जी देने वाली, सूजन घटाने वाली और रिकवरी में सहायक थैरेपी बन सकती है। लेकिन बिना गाइडेंस के एक्सपेरिमेंट न करें।”
— डॉ. निधि मिश्रा, स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपिस्ट