European Airports यूरोप के प्रमुख हवाई अड्डों पर साइबर हमले से उड़ानें प्रभावित
European Airports यूरोप के प्रमुख हवाई अड्डों पर 19 सितंबर 2025 को हुए साइबर हमले ने एयर ट्रैफिक को गंभीर रूप से प्रभावित किया। यह हमला मुख्य रूप से चेक-इन और बोर्डिंग सिस्टम्स को लक्षित करते हुए हुआ, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।
European Airports प्रभावित हवाई अड्डे और स्थिति
- ब्रुसेल्स एयरपोर्ट (Belgium): यहां लगभग 10 उड़ानें रद्द हुईं और 17 उड़ानों में एक घंटे से अधिक की देरी हुई। कर्मचारियों को मैन्युअल चेक-इन प्रक्रिया अपनानी पड़ी।
- लंदन हीथ्रो एयरपोर्ट (UK): यहां भी चेक-इन और बोर्डिंग सिस्टम्स प्रभावित हुए, जिससे यात्रियों को लंबी कतारों का सामना करना पड़ा। ब्रिटिश एयरवेज़ जैसे कुछ एयरलाइनों ने बैकअप सिस्टम्स का उपयोग किया, जबकि अन्य ने मैन्युअल प्रक्रियाओं को अपनाया।
- बर्लिन ब्रैंडेनबर्ग एयरपोर्ट (Germany): यहां चेक-इन प्रक्रिया में देरी हुई, जिससे यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा।
European Airports हमले का स्रोत और प्रभाव
साइबर हमले का शिकार हुआ सॉफ़्टवेयर प्रदाता कॉलीन एयरोस्पेस (Collins Aerospace) था, जो चेक-इन, बोर्डिंग पास और बैगेज टैग जैसी सेवाएं प्रदान करता है। RTX कॉर्पोरेशन की सहायक कंपनी कॉलीन एयरोस्पेस ने पुष्टि की कि यह एक “साइबर-संबंधित विघटन” था, और वे सिस्टम की पूर्ण कार्यक्षमता को बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं।
European Airports सुरक्षा विशेषज्ञों की राय
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला अत्यधिक योजनाबद्ध और लक्षित था। प्रोफेसर एलन वुडवर्ड ने बताया कि यह हमला “बहुत चालाक साइबर हमला” था, जो केवल कुछ चुनिंदा हवाई अड्डों पर केंद्रित था, जबकि MUSE सॉफ़्टवेयर यूरोप भर में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
यात्रियों के लिए सलाह
यात्रा से पहले अपनी एयरलाइन से उड़ान की स्थिति की पुष्टि करें। हवाई अड्डे पर समय से पहले पहुंचें, क्योंकि मैन्युअल चेक-इन प्रक्रिया में अधिक समय लग सकता है। किसी भी अपडेट या सूचना के लिए हवाई अड्डे और एयरलाइन के आधिकारिक सोशल मीडिया चैनल्स और वेबसाइट्स पर नजर रखें।
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